भितरवार। कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए उच्च शिक्षा विभाग के निर्देश पर शासकीय महाविद्यालय में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें छात्रों को कोरोना वायरस संक्रमण के बचाव के बारे में जानकारी दी गई।
प्रो. डॉ. दीपक शर्मा ने छात्रों को बताया कि कोरोना वायरस विषाणुओं का समूह है। इससे सामान्यतः जानवरों बीमार होते हैं। कभी-कभी यह मनुष्यों में भी संक्रमण करता है। मनुष्यों में इसके लक्षण सर्दी, खांसी, बुखार, सिरदर्द एवं गले में खराश के रूप में होते हैं। छोटे बच्चों एवं बुजुर्गों में प्रतिरक्षण की क्षमता कम होती है। यह वायरस निमोनिया, ब्रोकाइटिस जैसी गंभीर बीमारियां उत्पन्न करता है। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से हवा द्वारा फैलता है। इसके साथ ही संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क, छूने या हाथ मिलाने से भी फैलता है। ऐसे में जरूरी है कि हम संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क में आने से बचें और बार-बार साबुन से हाथ धोते रहें। सामान्य सर्दी-खांसी या बुखार होने पर चिकित्सक की सलाह लें एवं घर में आराम करें। उन्होंने कोरोना वायरस से बचाव के बारे में कहा कि छींकने, खांसने तथा टॉयलेट आदि के पश्चात एवं बीमार व्यक्ति से मिलने, खाना पकाने अथवा खाना खाने से पूर्व साबुन से नियमित रूप से हाथ धोएं। इसके साथ छींकने या खांसते समय नाक एवं मुंह पर रूमाल, टिश्यू पेपर या कोहनी से ढंककर रखें। इसके अलावा संक्रमित व्यक्ति से कम से कम एक मीटर की दूरी बनाए रखें। इस अवसर पर प्रोफेसर सुहैल अहमद, जितेन्द्र सिंह छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।