भितरवार। नगर के वार्ड क्रमांक 3 में हाईकोर्ट के निर्देश प्रशासन द्वारा खाली कराए गए भवन पर किरायेदार ने दोबारा मढ़ैया बनाकर फिर से कब्जा कर लिया है। गुरुवार को भूस्वामी कमल मोदी और मुरली मोदी अपने पुत्रों एवं डायल 100 पुलिस के साथ कब्जेधारी को हटाने के लिए पहुंचे तो किरायेदार ने भूस्वामी और पुलिस पर पथराव कर वापस लौटा दिया।
गौरतलब है कि नगर के वार्ड नंबर 11 निवासी पार्वती मोदी पत्नी हजारीलाल मोदी ने वर्ष 2005 में वार्ड नंबर 3 में स्थित छत्तु जाटव का मकान खरीदा था। महिला ने उक्त मकान की रजिस्ट्री कराकर रामचरण जाटव को किराये पर दे दिया था। वर्ष 2010 तक तो रामचरण जाटव ने मकान का किराया दिया, लेकिन इसके बाद वह किराया देने में आनाकानी करने लगा। इसे लेकर पार्वती मोदी ने कई बार पुलिस एवं प्रशासन को मकान पर कब्जा दिलाने के लिए कई बार लिखित एवं मौखिक रूप से शिकायत भी की थी। परंतु मकान पर कब्जा नहीं मिल पाया। पुलिस तथा प्रशासन से शिकायत के बाद भी मकान पर कब्जा नहीं, तो पीड़ित महिला ने न्यायालय की शरण ली। जहां पिछले दिनों मकान मालिक पार्वती मोदी के पक्ष में फैसला आया और न्यायालय ने स्थानीय प्रशासन को मकान पर कब्जा दिलाने के आदेशित किया। इसके चलते बीती 28 फरवरी को स्थानीय पुलिस एवं प्रशासन की टीमें वार्ड नंबर 3 में स्थित पार्वती मोदी के मकान पर पहुंचकर कब्जाधारी रामचरण जाटव के सामान को जब्त कर लिया। हालांकि रामचरण मौके से भाग निकला। प्रशासन ने मकान से सामान खाली होने के बाद मकान मालिक पार्वती मोदी को उसका मकान सुपुर्द किया गया। कब्जा मिलने पर पार्वती मोदी ने अपने मकान को नए सिरे से बनाने के लिए ध्वस्त करवा दिया।
रामचरण ने खाली प्लॉट पर बनाई मढ़ैया
चार दिन पहले प्रशासन द्वारा खाली कराने के कारण किरायेदार मौके से भाग गया था। किरायेदार ने दो-तीन दिन इधर-उधर घूमकर फिर से उक्त मकान पर पहुंचा और टूटे पड़े मकान के बाहर कच्ची मढ़ैया बनाकर फिर से कब्जा कर लिया। दोबारा कब्जा किए जाने की खबर जब भूस्वामी को लगी तो वह डायल 100 पुलिस को लेकर कब्जा हटाने के लिए पहुंचे। लेकिन कब्जाधारी युवक ने भूस्वामी और पुलिस टीम पर पथराव कर दिया, तब भूस्वामी को बैरंग लौटना पड़ा।