डबरा। ओवरब्रिज के नीचे लगने वाली दुकानों को हटाने के बाद से सब्जी दुकानदार नाराज हैं। इस नाराजगी के चलते सभी ने एकजुट होकर सब्जी का बाजार नहीं लगाया और मंडी परिसर में काम बंद कर स्थायी जगह दिलाने की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए हैं। दिनभर शहर के सब्जी दुकानदार धरने पर बैठे रहे। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे नगर पालिका सीएमओ ने बातचीत कर आवंटित जगह पर दुकानें लगाने की बात कही, लेकिन दुकानदारों का कहना है कि प्रशासन के आदेश पर वह ओवरब्रिज से दुकानें हटा लाए। लेकिन अब उनको मंडी परिसर में अस्थायी दुकानों का आवंटन किया गया है, जो उनके लिए परेशानी भरा ही साबित होगा। आगामी समय में फिर मंडी प्रशासन या अन्य अधिकारी वहां से हटा देंगे। नहीं हटाने की प्रशासन द्वारा कोई गारंटी भी नहीं दी जा रही है। सब्जी दुकानदार और मंडी के थोक व्यापारियों ने गुरुवार को सब्जी की दुकानें नहीं खोली। बाहर से जो सब्जी की गाड़ियां सप्लाई लेकर आई थीं, उनको भी लौटा दिया गया। शहर में सब्जी नहीं मिलने से लोगों को परेशानी आनी शुरू हो गई है। पिछले तीन दिनों से सब्जी की दुकानें नहीं लग पाई हैं। मंडी परिसर में जो 97 सब्जी की 35 फलों की दुकानें मौखिक रूप से आवंटित की गई है। जहां चूना डालकर ब्लॉक भी बना दिए गए हैं। लेकिन यह अस्थायी आवंटित दुकानें दुकानदारों को रास नहीं आ रही हैं। यही कारण है कि उन्होंने दुकानें नहीं खोली और मंडी परिसर में नाराजगी जाहिर करते नजर आए।
हॉकर जोन बना दें या कहीं दस वाय दस की जगह दे दें
दुकानदारों की नाराजगी के बाद भी नगर पालिका प्रबंधन ने साफ कह दिया है कि उनको दुकानें आवंटित कर दी गई हैं, वहां अपनी दुकानें लगाएं। लेकिन दुकानदार मौखिक रूप से मिली जगह पर दुकानें नहीं लगाना चाहते। दुकानदारों का कहना है कि उनके लिए प्रशासन कहीं स्थायी हॉकर जोन बना दे या फिर दुकानदारों को दस वाय दस की जगह स्थायी रूप से दिलवा दें। जगह को वह तय किराया भी देंगे। लेकिन इस तरह से अस्थायी जगह पर उनको नहीं बिठाया जाए। दोपहर के समय नगर पालिका सीएमओ प्रदीप भदौरिया और उपनिरीक्षक संतोष विश्वकर्मा मंडी परिसर पहुंचे और जगह का निरीक्षण किया।
ठेलों पर सब्जी देखते ही फेंक रहे ये ठीक नहीं
दुकानदारों ने बताया कि उन्होंने प्रशासन के कहने पर ब्रिज के नीचे से दुकानें हटा ली। लेकिन अब कहीं भी नपा या पुलिस के अधिकारियों को सब्जी के ठेले शहर की सड़क पर नजर आते हैं तो सब्जी फेंक दी जाती है। अगर उनके ठेलों पर कार्रवाई की जा रही है तो शहर की सड़कों पर अन्य दुकानदारों के ठेले भी तो लगे हैं लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही। जबकि कई जगहों पर चाट के ठेले सड़क पर खड़े देखे जा सकते हैं।
मंडी के पीछे दी जगह पर स्थाई के लिए अड़े
सब्जी दुकानदारों की नाराजगी देखने के बाद एसडीएम राघवेंद्र पांडे ने मंडी परिसर में पीछे की ओर दुकानें लगाने के लिए कहा है। लेकिन दुकानदार मानने को तैयार नहीं थे। दुकानदारों का कहना है कि प्रशासन उनको स्थायी जगह उपलब्ध कराएं। जहां से उनको कहीं दूसरी जगह नहीं जाना पड़े। देर शाम सभी सब्जी दुकानदार बाजार में एकजुट होकर पहुंचे और एक दो जगहों पर खुली सब्जी की दुकानों को बंद करने की बात कही। दुकानदारों का कहना है कि जब तक स्थायी जगह नहीं मिलेगी, वह दुकानें नहीं लगाएंगे।
सब्जी दुकानदारों को जगह आवंटित कर दी गई है। फिर भी वह दुकानें नहीं लगा रहे हैं। अभी तत्काल रूप से व्यवस्था की गई है। आगे जो बेहतर होगा वह किया जाएगा।
प्रदीप भदौरिया, सीएमओ, नगर पालिका डबरा।
मंडी परिसर में दुकानदारों के बीच पहुंचा था। जहां दुकानदारों को मंडी परिसर के पास ही दुकानों के लिए जगह दे दी है। वह वहां दुकानें लगा सकते हैं। कुछ लोग मान भी गए हैं।
राघवेंद्र पांडेय, एसडीएम, डबरा।