दतिया। ग्रीष्म कालीन फसलों के लिए सिंचाई सुविधा के संबंध में कलेक्टर रोहित सिंह की अध्यक्षता में जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक संपन्ना हुई। बैठक में सेंवढ़ा विधायक घनश्याम सिंह, रामकिंकर सिंह गुर्जर समेत विभिन्ना विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
कार्यपालन यंत्री दतिया सिंचाई नहर संभाग एनपी बाथम ने बताया कि राजघाट बाध मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले व उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले की सीमा पर निर्मित है। परियोजना के अंतर्गत उत्तर प्रदेश में 1 लाख 38 हजार हेक्टेयर व मध्य प्रदेश में 1 लाख 21 हजार 450 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई प्रस्तावित है।
इसके अतिरिक्त विद्यमान भांडेर नगर प्रणाली की कुल रूपांकित क्षमता 43339 हेक्टेयर शामिल कर राजघाट से कुल सिंचाई क्षमता 164789 हेक्टेयर एवं सिंध परियोजना की नहरों से दतिया जिले की रूपांकित सिंचाई क्षमता 16698 हेक्टेयर है। राजघाट बांध से कुल 62 टी.एम. सी. उपयोग जल क्षमता प्राप्त होती है। इसमें से 9.00 टी.एम.सी. को बांध के नीचे के क्षेत्र में उपयोग के लिए सुरक्षित रखा जाता है। शेष 53 टी.एम.सी. से आधी.आधी मात्रा में दोनों राज्यों को प्राप्त होती है। बांध के साथ ही 15.15 मोगावाट की तीन यूनिटों के साथ कुल 45 मेगावाट विद्युत उत्पादन क्षमता का पावर हाउस निर्मित है।