अंबिकापुर । त्रि-स्तरीय पंचायती राज व्यवस्था में छग के इतिहास में पहली बार ऐसा मौका आया, जब प्रदेश के पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव एवं जिला पंचायत सदस्य आदित्येश्वर शरण सिंहदेव ने बकायदे पंचायती राज अधिनियम का अध्ययन करते हुए जिला पंचायत सरगुजा में काबिज सत्ता पक्ष कांग्रेस के समस्त 11 जिला पंचायत सदस्यों को किसी न किसी विभाग का सभापति बनाने रास्ता खोल दिया। पंचायती राज व्यवस्था के अधिनियम का अध्ययन पश्चात सरगुजा जिले में जिला पंचायत के विभिन्न विभागों हेतु सभापति के चुनाव हेतु कार्यक्रम आयोजित की गई, जिसमें जिला पंचायत सदस्यों को निर्विरोध अलग-अलग 11 विभागों में सभापति निर्वाचन की प्रक्रिया पूरी हुई।
निर्वाचन उपरांत सामान्य प्रशासन समिति हेतु जिला पंचायत अध्यक्ष मधु सिंह, उपाध्यक्ष राकेश गुप्ता सहित समस्त सदस्य, कृषि स्थायी समिति में सभापति राजनाथ सिंह सहित दो अन्य सदस्य इसी प्रकार शिक्षा स्थायी समिति में सभापति राकेश गुप्ता, संचार एवं संकर्म स्थायी समिति सभापति आदित्येश्वर शरण सिंहदेव, सहकारिता और उद्योग स्थायी समिति में सभापति राधा रवि, बिहान, नरवा, गुरूवा, घुरूवा एवं बाड़ी स्थायी समिति हेतु सभापति बालमदिना एक्का, युवा एवं खेल कल्याण स्थायी समिति में सभापति अर्पिता सिंहदेव, वन एवं पर्यावरण स्थायी समिति में सभापति सुनील कुमार बखला, विद्युत एवं क्रेडा स्थायी समिति में सभापति अनिमा तिग्गा सहित महिला एवं बाल विकास स्थायी समिति में सभापति सरला सिंह को निर्विरोध निर्वाचित किया गया। जिला पंचायत सदस्य आदित्येश्वर शरण सिंह देव ने कहा कि जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष बालकृष्ण पाठक एवं अन्य पदाधिकारियों का भी यह मन था कि सभी सदस्यों के लिये कुछ न कुछ ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए, जिससे आमजनों के बीच कार्य करने का अच्छा मौका मिल सके। सभी के बातों को ध्यान में रखते हुए पंचायती राज अधिनियम का जब अध्ययन किया गया तब यह पता चला की हम सभी सदस्यों को अलग-अलग विभागों में सभापति बना सकते हैं। सभी मिलजुल कर एक साथ जिले के विकास हेतु बेहतर फैसला करेंगे और निर्णय लेंगे। निर्वाचन पश्चात सभी सदस्यों को पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव ने सभी को बेहतर कार्य करने की शुभकामनाएं दी।